विश्व शांति और हिन्दू धर्म

हिन्दू धर्म उत्पन इंडिया में हुआ है जिसकी मुख्या सोच आत्माउत्सग है धर्म का मतलब आप के मन की शांति से है। यदि आप का मन शांत हो गा तो ही आप अपंना और समाज को आगे लेजा सकते है और आज के इस समय जिसमे पूरा विश्व एक युद्ध की तरफ जा रहा है। इस समय में हमें हिन्दू घोष " अहिंशा परमो धर्म " और " जिओ और जीने दो " में विश्वाश करके अपना अपने परिवार और समाज लोगो को विश्वाश में लेना होगा। उनकी मदद करनी होगी । ये ही हिन्दू धर्म का मूल मंत्र है जिस से ही विश्व शांति संभव है। प्रसिद्ध अहिंसक और विश्व सुधारक महात्मा गांधी ने समझाया कि हिंदू धर्म कोई विशेष धर्म नहीं है। गांधी जी ने कहा था, "यदि कोई व्यक्ति अपने धर्म के दिल तक पहुंचता है, तो वह दूसरों के दिल तक भी पहुंच गया है। एक ही ईश्वर है, और उसके लिए अनेक मार्ग हैं।” हालांकि कुछ विचार हिंदू धर्म को एकजुट करते हैं, यह एक अत्यंत सहिष्णु धर्म है जो अपने अनुयायियों को अपनी स्वयं की विश्वास प्रणाली और जीवन शैली चुनने की पूर्ण स्वतंत्रता देता है। किसी में है, भगवान हर चीज में है।

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